विश्वकर्मा युवा मित्र मंडल

भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी डॉ दिनेश ‘सारंग’ द्वारा विश्वकर्मा युवा मित्रमंडल की स्थापना विश्वकर्मा समाज के युवाओं में तकनीकी कौशल के विकास के साथ साथ सामाजिक जुड़ाव एवं संस्कार उत्पन्न करने के उद्देश्य सेे की गई। मित्रमंडल देश भर के युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां वे अपनी बात कह सके, अपने समाज की मदद कर सके और समाज से सहायता प्राप्त कर सके। सभी युवा सामाजिक सरोकारों के प्रति सचेत रहे यही इस मित्रमंडल का लक्ष्य है

स्थापना एवं उद्देश्य

दिनांक 23 अप्रेल 2016 को अहमदाबाद में कार्यरत भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी डॉ दिनेश कुमार ‘सारंग’ ने अहमदाबाद के सभी विश्वकर्मा वंशी युवाओं की एक बैठक रखी और उसी दिन 56 संस्थापक सदस्यों के साथ विश्वकर्मा युवा मित्रमंडल की नींव रखी गयी। उसके पश्चात जयपुर, नागौर, हैदराबाद आदि शहरों में भी इसकी शाखायें खोली गयी और सर्वसम्मति से इसका पंजीकरण राजस्थान की राजधानी जयपुर में करवाया गया, जहां इसका पंजीकृत कार्यालय है।

विश्वकर्मा युवा मित्रमंडल का मुख्य उद्देश्य है समाज के युवाओं को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना एवं युवा पीढी तथा बुजुर्ग पीढी के बीच एक सेतु का कार्य करना। यह मित्रमंडल समाज में विभिन्न अवसरों जैसे विश्वकर्मा जयंती, विश्वकर्मा पूजा दिवस, अंगिरा जयंती आदि पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर समाज की महिलाओं, बालिकाओं, बुजुर्गों और युवाओं को एक साथ एक मंच प्रदान करता है। इस मंच के माध्यम से समाज के युवाओं को हर प्रकार की आवश्यक सहायता देने का कार्य भी किया जाता है